Benefits

  •  दोपहर व रात के खाने के बाद थोड़ा सा गुड़ मुंह में रखकर चूसने से पाचन बेहतर होता है
  • सर्दियों में अमृत जैसा, सर्दी, जुकाम और कफ भागेंगे दूर
  • सुरीली आवाज : अदरक के साथ गुनगुना कर खाएंगे तो गले की खराश और जलन में राहत
  • रक्त से हानिकारक टॉक्स‍िन्स को बाहर कर, त्वचा की सफाई में मदद करता है, रक्त संचार बेहतर होगा
  • मुंहासों की समस्या से राहत, स्किन होगी हैल्दी  
  • आयरन का अच्छा और सुलभ स्रोत है। एनिमिया में गुबेहद फायदेमंद
  • थकान या कमजोरी महसूस कर रहे हैं, तब थोड़े से गुड़ का सेवन उर्जा के स्तर को बढ़ा देता है
  • शरीर के तापमान को नियंत्रित रखने में सहायक
  • इसमें एंटी एलर्जिक तत्व होते हैं, इसलिए अस्थमा होने पर भी मरीज़ों के लिए सेवन फायदेमंद
  • प्रतिदिन एक गिलास पानी या दूध के साथ सेवन से पेट में ठंडक और गैस से राहत
  • रक्त की सफाई कर मेटाबॉलिज्म रेट नियंत्रित करता है। गले और फेफड़ों के संक्रमण में फायदेमंद
  • सांस संबंधी रोगों के लिए पांच ग्राम गुड़ को समान मात्रा में सरसों के तेल में मिलाकर खाने से राहत
  • महिलाओं को उन दिनों में हर तरह की तकलीफ में राहत मिलेगी।
  • नियमित सेवन से याददाश्त बढ़ती है और दिमाग कमजोर नहीं होता

 

  • मूड को खुशनुमा बनाने में मदद करता है। माइग्रेन की समस्या में भी फायदा पहुंचाता है।
  • काला नमक मिलाकर चाटने से पेट की अन्य समस्या में गुड़ में लाभ होता है।
  • तंत्रिका तंत्र को मजबूत करने में सहायक
  • वजन कम करने के लिए भी गुड़ का प्रयोग मददगार।
  • इस्तेमाल का तरीका
  • सर्दियों में
  • दूध या चाय में गुड़ का प्रयोग किया जा सकता है, और आप इसका काढ़ा भी बनाकर ले सकते हैं।
  • पीलिया हो जाने पर पांच ग्राम सोंठ में दस ग्राम गुड़ मिलाकर एक साथ खाने से काफी लाभ मिलता है।
  • गुड़ और काले तिल के लड्डू बनाकर खाने से सर्दी में अस्थमा की समस्या नहीं होती और शरीर में आवश्यक गर्मी बनी रहती है।
  • अस्थमा के इलाज में लाभदायक होता है। गुड़ और काले तिल के लड्डू बनाकर खाने से सर्दी में अस्थमा की समस्या नहीं होती और शरीर में आवश्यक गर्मी बनी रहती है।
  • सांस संबंधी रोगों के लिए पांच ग्राम गुड़ समान मात्रा में सरसों के तेल में मिलाकर खाने से सांस संबंधी समस्याओं से छुटकारा मिलता है।
  • गला बैठ जाने और आवाज जकड़ने की स्थि‍ति में पके हुए चावल में गुड़ मिलाकर खाने से बैठा हुआ गला ठीक होता है आवाज खुल जाती है।
  • घी के साथ मिलाकर खाने से कान में होने वाले दर्द की समस्या ये निजात मिलती है।
  • पीलिया हो जाने पर पांच ग्राम सोंठ में दस ग्राम गुड़ मिलाकर एक साथ खाने से काफी लाभ मिलता है।
  • जुकाम ज्यादा हो जाने पर गुड़ को पिघलाकर उसकी पपड़ी बनाकर खाने से लाभ होता है।
  • वैसे तो गुड़ को गर्म मासीर का माना जाता है, लेकिन इसके पानी के साथ घोलकर पीने से यह शरीर में ठंडक प्रदान करता है, और गर्मी को नियंत्रित करता है।